पंजाबी सिंगर मूसेवाला की हत्या की साजिश के तार राजस्थान से जुड़ रहे हैं सिद्धू के मर्डर की प्लानिंग लॉरेंस और गोल्डी बरार ने 8 महीने पहले ही कर ली थी कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस ने जयपुर जेल से ही मूसेवाला को पहले धमकी दी थी !
दरअसल लॉरेंस, विक्रमजीत सिंह उर्फ विक्की मिद़दुखेड़ा और गोल्डी कॉलेज के दोस्त थे मोहाली के सेक्टर 71 में 7 अगस्त 2021 को अकाली नेता विक्की मिड्ढूखेड़ा की दो शूटर ने हत्या कर दी थी इसके बाद से ही लॉरेंस और बरार अपने दोस्त की मौत का बदला लेने की प्लानिंग कर रहे थे !
लॉरेंस उस दौरान दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद था विक्की की हत्या के करीब एक माह बाद 25 सितंबर को जयपुर पुलिस जवाहर नगर में एक बिल्डर से एक करोड़ की फिरौती मांगने के मामले में लॉरेंस को प्रॉडेक्शन वारंट पर जयपुर लाई थी पूछताछ के बाद उसे जयपुर जेल भेजा था !
मामले में जेल आईजी विक्रमसिंह का कहना है जयपुर जेल में लॉरेंस और उसके साथियों के पास मोबाइल नहीं थे अभी लॉरेंस के नाम से सोशल मीडिया पर जो पोस्ट अपलोड की है वो फर्जी भी हो सकती है ऐसी पोस्ट उसके कई फॉलोअर्स करते रहते हैं !
जेल आईजी से बात करने के बाद एक निजी अख़बार ने मामले की पड़ताल की तो सामने आया कि सिर्फ जयपुर ही नहीं जोधपुर, अजमेर समेत देश की कई जेलों में लॉरेंस का नेटवर्क है यहां उसके कई गुर्गे हैं जो एक इशारे में किसी की भी हत्या को तैयार हो जाते हैं पढ़िए पूरी रिपोर्ट –
30 साल की उम्र में गैंगस्टर लॉरेंस ने पांच राज्यों में गैंग बना ली लॉरेंस का नेटवर्क थाईलैंड, यूके, कनाडा तक फैला है इसी नेटवर्क के जरिए उसने पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला को मारने के लिए रशियन असॉल्ट एन-94 राइफल इंडिया में मंगवाई थी
इतना बड़ा नेटवर्क को बनाने की शुरुआत लॉरेंस ने छात्र राजनीति से ही कर दी युवाओं को अपनी तरफ आकर्षित करने के लिए लॉरेंस खुद को शहीद भगतसिंह की तरह क्रांतिकारी प्रोजेकट करता लॉरेंस स्टूडेंट ऑर्गनाइजेशन ऑफ पंजाब यूनिवर्सिटी से जुड़ गया और कई युवाओं को भी इससे जोड़ा !
लॉरेंस की जब अपराध की दुनिया में एंट्री हुई तो उसने जेलों को अपना सेफ हाउस बना लिया जेल से अपने फोटो और क्रांतिकारी पोस्ट सोशल मीडिया पर डालकर लाखों फॉलोअर्स बना लिए लॉरेंस युवाओं को लग्जरी लाइफ जीने के सपने दिखाकर गैंग में शामिल करता है !
राजस्थान की जोधपुर, अजमेर और जयपुर जेल में उसने गैंग का पूरा नेटवर्क बना लिया था युवाओं को अपनी तरफ आकर्षित करने के लिए उसने हिरण शिकार मामले के आरोपी रहे बॉलीवुड एक्टर सलमान खान को मारने की धमकी दी थी इससे सलमान खान से नाराज कई युवा भी उसके फॉलोअर्स बन गए !
बिश्नोई खुद को शहीद भगत सिंह का भक्त बताता है उसने युवाओं को गैंग से जोड़ने के लिए सोशल मीडिया पर अपने कई पेज बनवाए जेल में वर्कआउट और बॉडी दिखाते हुए कई फोटो और वीडियो सोशल मीडिया पर अपलोड किए लॉरेंस जेल में अपनी हर एक्टिविटी और गैंग के साथ बदमाशों के साथ फोटो अपलोड करता था इससे सोशल मीडिया पर लाखों युवा उसे सोशल मीडिया पर फॉलो करने लगे फेसबुक पर उसके नाम से करीब 150 पेज बने हुए है !
लॉरेंस का रुतबा और स्टारडम देखकर कई युवा भी उसी की तरह बनना चाहते हैं जोधपुर जेल में रहते समय लॉरेंस ने दो नामी व्यापारियों के घर के बाहर फिल्मी स्टाइल में फायरिंग करवाई और एक व्यापारी की हत्या भी करवा दी
लॉरेंस की इन वारदातों के बाद जोधपुर 007 जैसे नाम की युवाओं की नई गैंग बनी इस गैंग के युवा भी लॉरेंस की तरह सोशल मीडिया पर हथियारों के साथ अपने फोटो और वीडियो आए दिन सोशल मीडिया अपलोड करते हैं !
बता दें कि लॉरेंस बिश्नोई जेल में आने वाले नए युवाओं को लग्जरी लाइफ का झांसा देकर गैंग में शामिल करता है जेल में आने वाले नए बंदी और आर्थिक रूप से कमजोर युवकों को अपनी गैंग में शामिल करता है जोधपुर में रहते समय लॉरेंस ने युवाओं को पैसों का लालच देकर हत्या, फिरौती, वसूली जैसे अपराध करवाए !
जोधपुर में मोबाइल शोरूम संचालक वासुदेव इसरानी की हत्या करने वाले पवन सोलंकी और खिमांशु गहलोत लॉरेंस बिश्नोई से जेल में मिले थे इस पर लॉरेंस ने उन्हें वासुदेव की हत्या करने की सुपारी दी उसने दोनों को हत्या करने पर लाखों रुपए देने का झांसा दिया हत्या की साजिश करते समय खर्च के पैसे भी दिए थे लेकिन हत्या के बाद उन्हें रुपए नहीं मिले और उनके साथियों को जेल भी जाना पड़ा !
लॉरेंस जेल से ही पूरी गैंग को ऑपरेट करता था उसके गुर्गे अपने नीचे रखे लोकल बदमाशों से काम करवाते है काम करने वाले अधिकतर युवा होते हैं उन्हें शौक-मौज के लिए शराब पार्टी और कुछ पैसे देकर काम करवाया जाता है !
फिरौती से लेकर हथियार सप्लाई में कई युवकों को लगाया जाता है सबको अलग-अलग जिम्मेदारी देते हैं लेकिन किसी को भी एक दूसरे की पहचान नहीं बताई जाती है ऐसे काम सिर्फ शराब पार्टी देकर करवा लिए जाते हैं !
किसी की हत्या करनी हो तो दूसरे जिले से शूटर बुलाते हैं ताकि रेकी करने और वारदात को अंजाम देने तक किसी दूसरी गैंग और पुलिस को उनके बारे में हत्या करने तक पता नहीं लगे !
17 जनवरी 2015 को जब पंजाब पुलिस उसे कोर्ट में पेशी करने जा रही थी तभी लॉरेंस बिश्नोई पुलिस को चकमा देकर भाग गया था इसके कुछ समय बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया था इसके बाद लॉरेंस ने कभी भी जेल से भागने का प्रयास नहीं किया उसने जेल को ही सेफ हाउस बना लिया !
जेल से अपराध करने के कारण उसके खिलाफ पुलिस को भी पुख्ता सबूत नहीं मिल पाते हैं यहीं कारण है कि लॉरेंस के खिलाफ 50 से ज्यादा मुकदमे होने के बावजूद वह 30 मामलों में बरी हो गया
लॉरेंस बिश्नोई के फेसबुक पेज से सिंगर सिद्धू मूसेवाला की हत्या की जिम्मेदारी लेते हुए पोस्ट जारी की गई
जिसमें लिखा था कि राम राम भाई सबको आज जो सिद्धू मूसेवाला का कत्ल हुआ है उसकी जिम्मेदारी मैं और मेरा भाई गोल्डी बरार लेता है लोग हमें जो भी कहें लेकिन इसने हमारे भाई विक्की मिड्डूखेड़ा की हत्या में मदद की थी हमने अपने भाई का बदला ले लिया है मैंने इसे जयपुर से कॉल करके कहा था कि तुमने गलत किया है इसने मुझे कहा था कि मैं किसी की परवाह नहीं करता तुम जो कर सकते हो कर लो मैं भी हथियार लोड करके रखता हूं और आज हमने अपने भाई विक्की का इंसाफ ले लिया है ये तो अभी शुरुआत है जो भी इस कत्ल में शामिल थे वे तैयार रहें आज हमने सबके भ्रम दूर कर दिए हैं जय बलकारी !
लॉरेंस बिश्नोई, विक्रमजीत सिंह उर्फ विक्की मिद़दुखेड़ा और गोल्डी बरार कॉलेज के दोस्त थे तीनों ने चंडीगढ़ की डीएवी कॉलेज से पढ़ाई की थी यहां लॉरेंस ने वर्ष 2008 में सोपू से छात्र संघ अध्यक्ष पद के लिए चुनाव लड़ा लेकिन वह हार गया था इसके बाद विक्की वर्ष 2009 सोपू का अध्यक्ष बना था कॉलेज के बाद विक्की ने अकाली दल जॉइन कर ली और गोल्डी बरार कांग्रेस पार्टी से जुड़ गया था तीनों में दोस्ती बनी रही !