मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत के साथ सचिन पायलट को भी निशाने पर लेकर फिर चर्चा छेड़ दी है !
केंद्रीय मंत्री को विधायक खरीद फरोख्त से जुड़े केस में नोटिस देने के मुद्दे पर सीएम ने इशारों में कहा कि, सिंह और सचिन पायलट सरकार गिराने के षडयंत्र में मिले हुए थे !
गहलोत ने सीकर के कोठ्यारी में कहा- सबको मालूम है आपने खुद ने सरकार गिराने का षडयंत्र किया अब आप सचिन पायलट का नाम ले रहे हो कि उन्होंने चूक कर दी प्रूफ हो गया, ठप्पा लगा दिया। आप खुद उनके साथ मिले हुए थे !
गहलोत ने कहा- कानून अपना काम कर रहा है गजेंद्र सिंह को नोटिस लेट सर्व हुआ है बचते रहे, आखिर में कोर्ट से नोटिस सर्व हो ही गया है इन्हें वॉइस सैंपल देने में तकलीफ क्या है? ये दिल्ली कोर्ट में स्वीकार भी कर चुके हैं कि इनकी वॉइस है वो पुलिस भी स्वीकार कर चुकी है एफिडेविट के अंदर लोकेश शर्मा के खिलाफ इन्होंने जो केस दर्ज करवाया है, वह तो उलटा चोर कोतवाल को डांटे वाली बात है !
गहलोत के बयान से एक बार फिर कांग्रेस में चर्चाओं का दौर शुरु हो गया है गजेंद्र सिंह शेखावत की सचिन पायलट के साथ मिलीभगत बताकर सीएम अशोक गहलोत ने कई सियासी संकेत दे दिए हैं !
राजनीतिक जानकारों का मानना है कि गहलोत के सचिन पायलट को निशाने पर लेने से यह साफ हो गया कि दोनों खेमों के बीच कोल्ड वॉर मिटा नहीं है !
इसे गहलोत और पायलट खेमों के बीच जारी अंदरूनी खींचतान के और तेज होने के संकेतों के तौर पर देखा जा रहा है !
कोठ्यारी में पूर्व विधायक सांवरमल मोर की प्रतिमा अनावरण समारोह में गहलोत ने कहा- मुझे उम्मीद थी कि, राजस्थान का जलशक्ति मंत्री बना है तो सब जिलों को फायदा होगा !
यहां फायदा तो दूर, कोई स्कीम तक नहीं ला पाए अब आप कह रहे हो कि सरकार बदलो तो पानी आएगा !