राजस्थान में कांग्रेस की दो फाड हो चुकी है एक घडा सीएम गहलोत का है तो दूसरा पायलट का लेकिन गहलोत खेमा पूरी तरह से सरकार के साथ है लेकिन सचिन पायलट गुट प्रदेश के नेतृत्व बदलाव की मांग कर रहा है ! जिसको लेकर पायलट ने अपने विधायकों के साथ पार्टी से बगावत कर दी है !
पिछले तकरीबन 1 महीने से ये सियासी ड्रामा चल रहा है लेकिन किसी भी तरह का कोई समाधान निकल कर सामने नहीं आया है ! पायलट खेमे पर कार्रवाई को लेकर लगातार CM गहलोत और उनके खेमे के विधायक आलाकमान से माँग कर रहे हैं !
लेकिन पायलेट और बाग़ी विधायकों पर अभी तक किसी भी तरह की कोई कार्रवाई नहीं हुई है इसी क्रम में आज जैसलमेर में कांग्रेस विधायकों की बैठक में 1 बार फिर से सचिन पायलट और उनके साथी विधायकों पर कार्यवाही करने के लिए आलाकमान से माँग की गई थी और सभी विधायकों ने एक स्वर में कहा कि बागियों पर कार्यवाही की जाए !
लेकिन सबसे बड़ी बात यह है कि क्या आलाकमान इन पर कोई कार्रवाई कर पाएगा क्योंकि पायलट ने भी प्रदेश में मेहनत करके कांग्रेस को विधानसभा चुनाव जिताने में अहम भूमिका निभाई तो क्या आला कमान इतनी जल्दी ही ये सब भूल जाएगा