कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी के पार्टी का अध्यक्ष पद छोड़ने की इच्छा जाहिर की करने के बाद से पार्टी सकते में आ गई हैं। पार्टी के वरिष्ठ और युवा नेताओं में हड़बड़ी मची हुई हैं कि किसे पार्टी के अध्यक्ष के तौर पर देखा जाए । ऐसे में टोंक विधायक व पूर्व प्रदेशाध्यक्ष सचिन पायलट ने ट्वीट कर राहुल गांधी को अध्यक्ष बनाने की पेशकश की हैं।
सचिन पायलट ने ट्वीट करते हुए कहा, “सोनिया गांधी और राहुल जी ने ये दिखाया है कि पार्टी और लोगों की भलाई के लिए त्याग करने का क्या मतलब होता है. अब सर्वसम्मति बनाने का समय आ गया है. जब हम एकजुट होंगे तो हमारा भविष्य और मजबूत होगा. ज्यादातर पार्टी कार्यकर्ता राहुल जी को पार्टी की अगुवाई करते देखना चाहेंगे.”
वहीं मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि सोनिया गांधी को पार्टी का नेतृत्व जारी रखना चाहिए और यदि उन्होंने अपना मन बना लिया है तो राहुल गांधी को कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए आगे आना चाहिए. देश संविधान-लोकतंत्र बचाने की बड़ी चुनौतियों का सामना कर रहा है।
अशोक गहलोत ने कहा कि गांधी परिवार ने पार्टी को हर समय एकजुट रखा है और पार्टी के वरिष्ठ नेताओं द्वारा लिखा गया पत्र एक दुर्भाग्यपूर्ण कदम है। उन्होंने कहा, ‘‘मुझे इस तरह के किसी पत्र के बारे में जानकारी नहीं है लेकिन यदि यह सच है तो यह दुर्भाग्यपूर्ण है। इन सभी लोगों ने पार्टी के साथ लंबे समय तक काम किया है।’’ उन्होंने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पार्टी की बागडोर 1998 में संभाली और सभी चुनौतियों के बावजूद उन्होंने पार्टी को एकजुट रखा हुआ है।