सचिन पायलट के अनशन के बाद प्रदेश कांग्रेस में उथल पुथल मची हुई है हर कोई अंदाज़ा लगा रहा है कि आख़िर अब कांग्रेस में क्या नया होगा सचिन पायलट का भविष्य कांग्रेस में क्या है या फिर सचिन पायलट आगे जाकर क्या करेंगे !
दरअसल पिछले कुछ दिनों में कुछ घटनाक्रम में ऐसे हुए हैं जिनसे लग रहा है कि सचिन पायलट कुछ बड़ा करने वाले हैं हाल ही में जिस तरह से विधायकों के वन टू1 संवाद में पायलट ने भाग नहीं लिया हालाँकि उसका कारण उन्होंने बताया कि उनका खेतडी दौरा पहले ही तय हो गया था !
यह भी पढ़ें: सचिन पायलट को हनुमान बेनीवाल ने फिर दी ये सलाह कहा- बनेंगे मुख्यमंत्री !
उसके बाद जब बुधवार को एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया तो उसमें पायलट की कुर्सी प्रभारी रंधावा के बग़ल में लगायी गई थी उसमें भी पायलट भाग लेने नहीं पहुँचे !
यह भी पढ़ें: सचिन पायलट को मुख्यमंत्री बनाने की तैयारी में राजस्थान में हुए एक और नेता की एंट्री !
इतना ही नहीं कर्नाटक चुनावों के लिए कांग्रेस की ओर से जारी की गई स्टार प्रचारकों की सूची में पायलट का नाम शामिल नहीं किया गया है जबकि ऐसा पहली बार हुआ है कि किसी राज्य में चुनाव हों और पायलट को स्टार प्रचारक बनाकर न भेजा गया हो !
यह भी देखें: SACHIN PILOT एक्शन की तैयारी में लेने वाले हैं बड़ा फैसला !
इन तमाम घटनाक्रमों के बाद क़यास लगाए जा रहे हैं कि पायलट राजस्थान में कोई तीसरा मोर्चा खड़ा कर सकते हैं ऐसा भी हो सकता है कि पायलट नई पार्टी बनाकर कांग्रेस और BJP को चुनौती देते हुए नज़र आए क्योंकि जिस तरह से पायलट लगातार गहलोत सरकार और वसुंधरा राजे पर हमलावर है उससे यही नज़र आ रहा है कि अगर कांग्रेस पायलट को कोई ज़िम्मेदारी नहीं देती है तो पायलट नई पार्टी बनाने के तौर पर एक बड़ा फ़ैसला ले सकते हैं !
यह भी देखें: SACHIN PILOT से डर गए रंधावा, राजस्थान छोड़ने की तैयारी में प्रभारी !
हालाँकि कांग्रेस भी इस बात को जानती है कि पायलट राजस्थान में एक मज़बूत नेता है अगर कांग्रेस पायलट को खो देती है तो कांग्रेस का चुनाव जीतना और सरकार दोहराने का सपना चकनाचूर हो जाएगा कई सरकार के मंत्री विधायक तो ये कह चुके हैं कि अगर गहलोत के नेतृत्व में चुनाव लड़ा गया तो कांग्रेस की 21 से भी कम सीटें आएंगी अब फैसला कांग्रेस आलाकमान पहले करेगा या सचिन पायलट यह देखना दिलचस्प होगा !