प्रदेश के ज्यादातर इलाकों में मानसून की गतिविधियां लगातार कमजोर होने से गर्मी और उमस बढ़ती जा रही है। शेखावाटी में तो तापमान फिर से बढ़कर 40 डिग्री पहुंच गया है। थमी हवाओं व तेज धूप की मार भी असहनीय हो चली है। वहीं, मौसम विभाग के अनुसार इस सप्ताह भी अंचल में बारिश की उम्मीद काफी कम है।
शेखावाटी में पारा फिर पांच डिग्री तक चढ़ गया है। दो दिन पहले ही अधिकतम 35 डिग्री दर्ज तापमान फतेहपुर में सोमवार को 40 डिग्री दर्ज हुआ। जबकि न्यूनतम तापमान 24 डिग्री रहा। सीकर में भी न्यूनतम तामपान 25 डिग्री और चूरू में न्यूनतम तापमान 26 डिग्री दर्ज किया गया
रिपोर्ट के अनुसार पश्चिमी राजस्थान का अधिकांश भाग छिटपुट वर्षा के बावजूद सूखे जैसी स्थिति का सामना कर रहा है। जोधपुर, बाड़मेर, जैसलमेर, बीकानेर, जालोर, पाली, राजसमंद, सिरोही और नागौर में खड़ी फसलों को बनाए रखने के लिए पर्याप्त वर्षा नहीं हुई है। देश के उत्तर पश्चिमी और पश्चिमी भागों में पछुआ हवाएँ चल रही हैं। इन शुष्क हवाओं के कारण मानसून की प्रगति रुकी हुई है।
मानसून की अक्षीय रेखा हिमालय की तराई में खिसक रही है। ऐसे में राजस्थान का मौसम कम से कम एक सप्ताह तक पूरी तरह शुष्क रहेगा। आगामी शुष्क मौसम के कारण किसानों और फसलों की स्थिति और भी खराब हो जाएगी। मौसम विभाग की माने तो कम से कम अगले 8 से 10 दिनों के लिए इन राज्य में मानसून के लौटने की संभावना बहुत कम है।