22 नवंबर को होगा मंत्रीमंडल विस्तार, जानिए क्या बनी है रणनीति !
1 min readपंजाब और छत्तीसगढ़ के बाद राजस्थान से भी कांग्रेस संगठन के लिए अच्छी खबर है यहां दो साल से अंदरुनी तौर पर चल रही सियासी उठापटक को पार्टी ने जल्द विराम लगाने की तैयारी कर ली है !
राजस्थान में सीएम गहलोत और सचिन पायलट के बीच चल रहा घमासान कांग्रेस हाईकमान के दखल के बाद थमने वाला है !
दोनों नेताओं के बीच सुलह-समझौता के फॉर्मूले पर सहमति बन गई है इतना ही नहीं मंत्रिमंडल के विस्तार की तारीख भी फाइनल हो गई है !
गहलोत मंत्रिमंडल विस्तार के फॉर्मूले को राहुल गांधी की भी मंजूरी मिल गई है !
राजस्थान में गहलोत मंत्रिमंडल विस्तार के इंतजार की घड़ी खत्म हो गई और अब फाइनल तौर पर सहमति बन गई है !
21 या 22 नवंबर को मंत्रियों का शपथ ग्रहण कार्यक्रम हो सकता है बता दें कि हाल ही में सचिन पायलट और अशोक गहलोत ने कांग्रेस हाईकमान से मुलाकात की और मंत्रिमंडल के संबंध में चर्चा की थी !
गहलोत ने कांग्रेस की अतंरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी और प्रियंका गांधी और केसी वेणुगोपाल से मुलाकात कर मंत्रिमंडल विस्तार का फॉर्मूला रखा था !
इस पर राहुल गांधी की मंजूरी का इंतजार किया जा रहा था ऐसे में राहुल ने अब विदेश से ही वर्चुअल बैठक में मंजूरी दे दी है !
गहलोत सरकार में कुल 30 मंत्री बन सकते हैं इनमें अभी फिलहाल 21 मंत्री है तो ऐसे में गहलोत मंत्रिमंडल से तीन मंत्रियों की छुट्टी हो सकती है !
साथ ही कहा जा रहा है कि इन्हें संगठन में जिम्मेदारी सौंपी गई है इनमें स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा, राजस्व मंत्री हरीश चौधरी और शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटेसरा शामिल हैं !
एक व्यक्ति एक पद वाले फॉर्मूले की वजह से तीनों मंत्रियों के इस्तीफे लिए जाएंगे और उनकी जगह नए मंत्री शपथ लेंगे !
वहीं बताते चलें कि रघु शर्मा इस समय गुजरात के प्रदेश प्रभारी हैं जबकि डोटेसरा राजस्थान कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष हैं इसके अलावा बायतू से विधायक और मंत्री हरीश चौधरी को कांग्रेस ने नई जिम्मेदारी दी है !
वे पंजाब और चंडीगढ़ कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी बनाए गए हैं गहलोत कैबिनेट विस्तार में 12 मंत्री पद भरे जाएंगे !
पार्टी सूत्रों की मानें तो आलाकमान के साथ मीटिंग में ये तय किया गया है कि अशोक गहलोत के पसंद के सात मंत्री बनाए जाएंगे !
जबकि सचिन पायलट के पसंद के पांच मंत्री बनाए जाएंगे इसके अलावा बड़ी संख्या में मंत्रियों के विभाग भी बदले जा सकते हैं !
इस बात के संकेत खुद सीएम गहलोत भी दे चुके हैं पायलट गुट की ओर से हेमाराम चौधरी, दीपेंद्र सिंह शेखावत, रमेश मीणा, बृजेंद्र ओला और मुरारी लाल मीणा मंत्री बन सकते हैं !
इसके अलावा कुछ पुराने मंत्री हटाए जा सकते हैं इन नामों की मंजूरी को लेकर सीएम गहलोत एक बार चर्चा के लिए दिल्ली जा सकते हैं !
पार्टी सूत्रों का कहना है कि अगर गहलोत दिल्ली नहीं गए तो प्रदेश प्रभारी अजय माकन को जयपुर भेजा जाएगा !
वहीं एक साल बाद राज्य में विधानसभा चुनाव को देखते ही पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं को खुश करने के लिए भी रणनीति बनाई गई है !
इसी महीने 40 बड़े नेताओं को मंडल और निगम में राजनीतिक नियुक्तियां दी जाएंगी !
विधायकों को संसदीय सचिव बनाए जाने की भी संभावना है इन नियुक्तियों को लेकर पिछले तीन सालों से इंतजार किया जा रहा था !
मंगलवार को सीएम गहलोत ने सचिवालय कर्मचारी से संघ के एक कार्यक्रम में भी पहली बार ये साफ किया कि जल्द ही मंत्रिमंडल में विस्तार करने जा रहे हैं !
जबकि सचिन पायलट काफी लंबे समय से मंत्रिमंडल के विस्तार और राजनीतिक नियुक्तियों करने की मांग कर रहे थे !
हालांकि सूत्रों का कहना है कि राजस्थान में पूरे मंत्रिमंडल का इस्तीफा लेकर नए सिरे से सरकार का पुनर्गठन किया जा सकता है !
साथ ही गहलोत ने कहा है कि हमारी सरकार के मंत्रिमंडल का पुनर्गठन अब जल्द होगा !
उन्होंने सचिवालय कर्मचारी संघ के शपथ ग्रहण की तरफ इशारा करके कहा- लगता है कि आपके कारण ही नए कैबिनेट का काम रुका था आप पहले करवा देते तो हमारा मंत्रिमंडल पहले ही पुनर्गठित हो जाता !
तो इससे अंदाजा लगा लीजिए आपके सचिवालय कर्मचारी संघ के शगुन को मैं किस रूप में मानता हूं यह आप समझ जाइएगा इसके लिए मैं आपका आभारी हूं मुझे उम्मीद है कि अब कोई देरी नहीं होगी। जल्द ही हमारा शपथ ग्रहण समारोह पूरा होगा !