10 साल से CBI की कस्टडी में भंवरी की अस्थियां !
1 min readजीते जी जो तीन दिन में राज्य सरकार को गिराने का दावा करने वाली एएनएम भंवरी देवी भले ही सरकार नहीं गिरा पाई हो लेकिन मौत के बाद प्रदेश की राजनीति में ऊंची लहरें उठा दी !
भंवरी के भंवर में दो रसूखदार नेता जेल पहुंच गए भंवरी को मरे हुए 10 साल पूरे हो गए हैं !
CBI की कस्टडी में रखी भंवरी की अस्थियों को आज भी विधिवत दाह संस्कार के साथ विसर्जन का इंतजार है !
दस साल पहले 1 सितम्बर 2011 को भंवरी के पति अमरचंद ने भंवरी की गुमशुदगी दर्ज कराई थी भंवरी का कई दिन तक पता ही नहीं चल पाया !
लेकिन बाद में केस की जांच CBI को सौंपी गई CBI ने अपनी जांच में कहा कि भंवरी को मार कर जला दिया गया है !
उसकी अस्थियों को राजीव गांधी लिफ्ट नहर में बहा दिया गया CBI ने नहर से इन अस्थियों को एकत्र किया और इन अस्थियों के DNA का मिलान भंवरी के बच्चों से कराने के बाद ही पुष्टि हो पाई थी कि भंवरी अब इस दुनिया में नहीं है !
आपको बता दें कि भंवरी की अस्थियां आज भी CBI ने संरक्षित कर रखी हुई है !
CBI का कहना है कि भंवरी के परिजनों की तरफ से कभी भी इन अस्थियों को सौंपने का आग्रह नहीं किया गया !
भंवरी का पति भी अमरचंद 10 साल से जेल में बंद था कुछ दिन पहले ही वो जमानत पर जेल से बाहर आया है !
वहीं भंवरी के तीन बच्चों ने भी कभी इस मामले में पहल नहीं की हालांकि नियमानुसार भंवरी की अस्थियों को हासिल करने के लिए परिजनों को कोर्ट में आवेदन करना होगा !
क्योंकि कोर्ट की अनुमति के बाद ही अस्थियां भंवरी के परिजनों को सौंपी जा सकती हैं !
इस बारे में भंवरी के बेटे साहिल का कहना है कि अभी तक मेरी मां का मृत्यु प्रमाण पत्र तक नहीं मिल पाया है !
मृत्यु प्रमाण पत्र के लिए कई स्तर पर आवेदन कर इसे जारी करने का आग्रह कर चुके हैंभंवरी के बेटे ने कहां कि मृत्यु प्रमाण पत्र के बगैर कोर्ट के माध्यम से अस्थियां मिल नहीं सकती ऐसे में पूरी प्रक्रिया ही अटकी हुई है !
शनि धाम के महंत का कहना है कि हिन्दू संस्कृति में यह मान्यता है कि पूर्ण विधि विधान से जब तक किसी का अंतिम संस्कार नहीं किया जाए तो उसकी आत्मा भटकती रहती है !
यह है पूरा मामला
अमरचंद नाम के एक व्यक्ति ने एक सितंबर 2011 को रिपोर्ट दर्ज कराई कि उसकी पत्नी एएनएम भंवरी देवी लापता है !
साथ ही उसने अपनी पत्नी के अपहरण की आशंका जताते हुए राज्य सरकार में मंत्री महिपाल मदेरणा सहित 2-3 लोगों पर शक जाहिर किया !
जिसके बाद यह मामला सुर्खियों में आ गया इस मामले की जांच कुछ आगे बढ़ती इसी बीच राज्य सरकार ने बढ़ते विरोध को ध्यान में रख केस CBI को सौंप दिया !
CBI ने तीन दिसंबर 2011 को महिपाल मदेरणा के पूछताछ की और उन्हें गिरफ्तार कर लिया जिसके बाद में इस मामले में कांग्रेस विधायक मलखान सिंह विश्नोई का भी नाम आया !
उन्हें भी पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया गया इस मामले में 15 अन्य गिरफ्तारियां भी हुईं यह मामला अब कोर्ट में विचाराधीन है !
हालांकि मामले में 16 लोगों को जमानत मिल चुकी है अब बस केस की मास्टर माइंड इंद्रा ही जेल में है !