ये 14 विधायक बनेंगे राजस्थान सरकार में मंत्री, 11 की होगी छुट्टी ?
1 min readराजस्थान में मंत्रीमंडल विस्तार की अटकरों के बीच अब हर कोई ये जानना चाहता है कि वो कौन कौन से विधायक हैं जो मंत्री बनाए जाने हैं और वो कौन कौन से विधायक हैं जिनका मंत्रीमंडल से जाना तय माना जा सकता है !
सबसे पहले आपको बताते हैं कि वो मंत्री कौन कौन से हैं जिनको मंत्रीमंडल से बाहर किया जा सकता है जिनके नामों पर चर्चा हो रही है और जिनके विभाग या तो अच्छा काम नहीं कर पाए या फिर विभाग भ्रष्टाचार में घिरे रहे प्रमोद जैन भाया, प्रतापसिंह खाचरियावास, उदयलाल आंजना, भजनलाल जाटव, राजेंद्र यादव, अर्जुन बामनीया, हरीश चौधरी, परसादी लाल मीणा, भंवर सिंह भाटी, ममता भूपेश और अशोक चांदना !
ये वो नाम हैं जिनमें से 7-8 नेताओं की मंत्रीमंडल से छुट्टी हो सकती है अब आपको बताते हैं वो कौन कौन से विधायक हो सकते हैं जिनको मंत्रीमंडल में जगह दी जा सकती है !
ये नाम हैं हेमाराम चौधरी, विश्वेंद्र सिंह, रमेश मीणा, दीपेंद्र सिंह शेखावत, महेश जोशी, मुरारीलाल मीणा, महेंद्रजीत सिंह मालवीया, बृजेंद्र ओला, मंजू मेघवाल, खिलाड़ी लाल बैरवा और शकुंतला रावत !
इनका नम्बर आगी मंत्रीमंडल विस्तार में आ सकता है वहीं बसपा से कांग्रेस में आए राजेंद्र गुढ़ा को मंत्री बनाया जा सकता है !
जबकि अगह बात निर्दलीयों की की जाए तो फिर संयम लोढ़ा और महादेव सिंह खंडेला के अलावा बाबूलाल नागर को मंत्री बनाया जा सकता है !
लेकिन अब ये तो मंत्रीमंडल विस्तार के दौरान ही बता चलेगा कि कितनों को मंत्रीमंडल से बाहर किया जाता है और किस किस को मंत्रीपद दिया जाता है !
लेकिन इन सबसे बीच माना रहा है कि 15-20 विधायकों को संसदीय सचिव बनाया जा सकता है इनमें ज्यादातर वो नेता हो सकते हैं जो पहली बार जीत कर आए हैं ये प्रयोग कांग्रेस शासित राज्य छत्तीसगढ़ में किया जा चुका है वहां से राजस्थान सरकार पहले ही जानकारी ले चुकी है !
यानि सचिन गुट के वो नेता जो बीते कुछ महीनों में हमलावर रहे हैं और पहली बार जीत कर पाएं है उनको संसदीय सचिव बनाया जा सकता है जैसे इंद्राजगुर्जर, मुकेश भाकर, रामनिवास गावड़िया, वेदप्रकाश सोलंकी !
इसके अलावा जो निर्दलीय नेता पहली बार जीत कर आए हैं उनको भी संसदीय सचिव बनाया जा सकता है …..