राजस्थान में बदलाव की तारीख हुई तय, जानिए कब होगा बदलाव !
1 min readराजस्थान के पूर्व उप-मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने शुक्रवार को दिल्ली में राहुल गांधी और प्रियंका गांधी से मुलाक़ात की है !
बता दें कि इस मुलाक़ात के बाद राजनीतिक हलचल शुरू हो गयी है दरअसल इसकी बड़ी वजह पंजाब भी है जहां कांग्रेस आलाकमान ने कैप्टन अमरिन्द्र सिंह को मुख्यमंत्री पद से हटाकर चरणजीत सिंह चन्नी को पंजाब का सरदार बना दिया है !
जैसे ही सचिन पायलट की मुलाक़ात दिल्ली में राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के साथ हुई तो लगने लगा कि अब राजस्थान में भी नेतृत्व परिवर्तन हो सकता है !
पिछले एक सप्ताह में सचिन पायलट की राहुल गांधी के साथ यह दूसरी मुलाक़ात हुई है इससे पहले 17 सितंबर को दिल्ली में ही राहुल गांधी के घर पर सचिन पायलट की पहली मुलाक़ात दो घंटे से ज़्यादा की हुई थी !
साथ ही उसके बाद 19 सितंबर को राजस्थान के विधानसभा स्पीकर सी पी जोशी को दिल्ली बुलाया गया था !
वहीं कांग्रेस संगठन महासचिव के सी वेणुगोपाल की सी पी जोशी के साथ बैठक हुई !
बता दें कि 23 सितंबर को जयपुर में सचिन पायलट और सी पी जोशी की लम्बी बैठक हुई इन तमाम बैठकों के कारण राजस्थान कांग्रेस में कई तरह के क़यास लगाए जा रहे है !
पिछले लगभग तीन महीने से राजस्थान में कैबिनेट विस्तार की चर्चा चल रही है वहीं सचिन पायलट के लोगों को कैबिनेट में शामिल किया जाना है !
दरअसल इन बैठकों को ज़्यादातर लोग मुख्यमंत्री की कुर्सी से जोड़कर देख रहे हैं !
बता दें कि सचिन पायलट के नज़दीकी नेताओं के मुताबिक़ पायलट चाहते हैं कि उन्हें आख़िरी के दो साल राजस्थान का मुख्यमंत्री बनाया जाए !
हालांकि अपनी इस इच्छा के बारे में सचिन पायलट कांग्रेस आलाकमान को कई बार बता चुके है !
कांग्रेस आलाकमान में फिलहाल दो बातों को लेकर चर्चा ज़ोरों पर हैं पहली ये कि सचिन पायलट को राजस्थान का प्रदेश अध्यक्ष बना दिया जाए या फिर उन्हें अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी में महासचिव का पद मिले !
लेकिन सचिन पायलट के नज़दीकी लोग कहते है पायलट साहब सात साल प्रदेश अध्यक्ष पद पर रह चुके है अब उन्हें मुख्यमंत्री बनाकर 2023 के विधानसभा चुनाव का चेहरा घोषित कर देना चाहिए !
आपको बता दें कि पिछले साल सचिन पायलट की समस्याओं को सुलझाने के लिए तीन लोगों की एक कमेटी गठित की गई थी जिसे के सी वेणुगोपाल राजस्थान के महासचिव अजय माकन और कांग्रेस पार्टी के कोषाध्यक्ष अहमद पटेल थे !
हालांकि कोरोना के चलते अहमद पटेल का निधन हो गया और उसके बाद यह कमेटी कभी नहीं मिली !
सचिन पायलट से जो वादे किए गए थे ख़ासकर उनके नज़दीकी विधायकों को मंत्रिमंडल में शामिल करना और संगठन में पायलट के लोगों को जगह देना !
इनमें से राजस्थान कांग्रेस के महासचिव अजय माकन ने सचिन पायलट के लोगों को संगठन में तो जगह दी लेकिन सरकार में साझेदारी अभी तक नहीं हो पाई है !
अब सूत्रों के मुताबिक़ बताया जा रहा है कि जैसे ही नवरात्रों की शुरुआत होगी सचिन पायलट के नज़दीकी विधायकों को राजस्थान कैबिनेट में जगह दी जाएगी !