राजस्थान में सियासी युद्ध कुछ दिन के लिये और टल गया है हालांकि इन सब में सचिन पायलट बाजी मारते दिखे हैं जब से पायलट गुट ने वापसी की है तब से ही वे काफी आक्रामक एक विजयी योद्धा के रूप में सामने आये हैं और उन्होनें अविनाश पांडे को प्रभारी पद से हटवाकर अपनी पहली शर्त को आलाकमान से पूरा करवा लिया है और एक और जीत हासिल कर ली है और अब वे गहलोत मंत्रीमंडल में अपने विधायकों को शामिल कराकर अपना कद और बढायेगें !
कहा जा रहा है कि वे खुद सरकार में किसी पद को नहीं संभालेगें लेकिन उन्हें संगठन में कोई बडा पद मिल सकता है पायलट को राष्ट्रीय उपाध्यक्ष या राष्ट्रीय महासचिव बनाया जा सकता है और उनका कद और पद दोनों को बढाया जा सकता है !
अगर ऐसा होता है तो पायलट को राजस्थान से दूर जाना पड सकता है और इससे प्रदेश में उनकी सक्रियता भी कम हो जायेगी !