जयपुर. राज्यसभा चुनाव से 7 दिन पहले राजस्थान में चल रही सियासी उठापटक के बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने शुक्रवार को जयपुर में प्रेस कॉन्फ्रेंस की। राज्य सभा चुनावों के मद्देनजर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रधानमंत्री मोदी और गृह मँत्री अमित शाह पर जमकर निशाना साधा. गहलोत ने आरोप लगाया कि पीएम और गृह मंत्री ने जानबूझकर राज्यसभा चुनाव कराने में देरी की.
उन्होंने कहा, “राज्यसभा चुनाव दो महीने पहले हो सकते थे, लेकिन इसे लेकर जानबूझकर देरी की .ताकि भाजपा विधायकों की खरीद फरोख्त कर सके”. मुख्यमंत्री ने साफ कहा कि देश में लोकतंत्र की हत्या हो रही है. कोरोना संकट के बीच कौन दर्द बांट रहा है, कौन दवा बांट रहा है, इसका फैसला करना होगा. कोरोना के बावजूद मध्यप्रदेश में सरकार बदली गई।
अशोक गहलोत ने कहा कि मोदी जी कहते हैं कि कांग्रेस मुक्त बनाएंगे. लेकिन कांग्रेस देश के डीएनए में है जाति और धर्म के नाम पर कब तक लड़ाओगे जनता को।
वहीं इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में राज्य के उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने दावा किया कि राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस की जीत होगी. सचिन पायलट ने कहा कि पार्टी के पास सीटें जीतने के लिए पूरे नंबर हैं और कोई भी विधायक पार्टी छोड़कर नहीं जा रहा है. उन्होंने कहा, ‘राज्यसभा चुनावों में सीटें जीतने के लिए हमारे पास आंकड़ें हैं. हमारे पास निर्दलीय विधायकों का सपोर्ट है. हमारी जीत को लेकर कोई अनुमान लगाने की कोई जरूरत नहीं है. सभी विधायक हमारे साथ हैं.’
दरअसल राजस्थान की तीन राज्यसभा सीटों पर 19 जून को चुनाव होने है. ऐसे में राजस्थान में कांग्रेस के 107 विधायकों समेत 110 विधायकों की बाड़ाबंदी की गई है. यानी विधायकों को होटल में ठहराया गया है.
बहुमत के आंकड़े को देखते हुए कांग्रेस दो और भाजपा के खाते में एक सीट जाना तय माना जा रहा है. लेकिन भाजपा ने दो उम्मीदवारों को मैदान में उतार कर कांग्रेस सरकार की मुश्किलें बढ़ा दी हैं.
बता दें, कांग्रेस ने के सी वेणुगोपाल ओर नीरज डांगी को अपना उम्मीदवार बनाया है. तो वहीं बीजेपी ने राजेंद्र गहलोत और ओंकार सिंह को मैदान में उतारा है.