नई दिल्ली.
चीन के साथ सीमा विवाद में 20 भारतीय सैनिकों के शहीद हो जाने की खबरों के बाद देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शहीदों को श्रद्धांजली दी है। रक्षा मंत्री ने कहा है कि देश शहीदों के बलिदान को कभी नहीं भूलेगा वह कहते हैं देश शहीदों के परिवार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा है। सेना के जवानों ने अपना फर्ज निभाते हुए जान दी है।
फर्ज निभाते हुए दी जान
बता दें रक्षामंत्री ने चीन के साथ हिंसक झड़प में शहीद हुए सैनिकों के बलिदान के लिए उनकी परिवारों को सांत्वना देते हुए कहा है कि देश शहीदों के परिवारों के साथ कंधा से कंधा मिलाकर खड़ा है। वह कहते हैं गलवान वैली में सैनिकों को खोना दर्दनाक है। हमारे सैनिकों ने अपना फर्ज निभाते हुए अपनी जान दी है।
आपको बता दें कि मंगलवार को सेना के जवानों की शहादत के बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का ये पहला बड़ा बयान है. शहीद जवानों की खबर के बाद से ही रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह लगातार बैठकें कर रहे हैं. उन्होंने सबसे पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ बिपिन रावत समेत अन्य सेना के अफसरों से बात की.
इसके अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में हुई सुरक्षा मामलों की बैठक में भी राजनाथ ने हिस्सा लिया. बुधवार सुबह रक्षा मंत्रालय में राजनाथ सिंह और सेना के वरिष्ठ अधिकारियों के बीच विस्तृत बैठक हुई. इस दौरान रक्षा मंत्री ने विदेश मंत्री एस. जयशंकर से भी बात की.
आपको बता दें कि 15-16 जून की रात लद्दाख के पास गलवान घाटी में भारत और चीन के सैनिकों के बीच हिंसक झड़प हुई थी. इसमें भारत के 20 जवान शहीद हो गए हैं, जिनमें एक कमांडिंग अफसर भी शामिल थे.
इसके अलावा सूत्रों का कहना है कि चीन को भी इसमें बड़ा नुकसान हुआ है और उसके एक कमांडिंग अफसर समेत करीब 40 जवान हताहत हुए हैं. हालांकि, चीन ने इसकी पुष्टि नहीं की है.