राजस्थान में सियासी संकट लगातार गहराता जा रहा है कयासों के आधार पर सियासी दांव पेच को भांपने की कोशिश की जा रही है ! पिछले कई दिनों से हर किसी के मन में एक ही बात है कि सूबे की गहलोत सरकार गिरेगी या बचेगी ? लेकिन इस बीच पायलट की भूमिका को भी नहीं नकारा जा सकता क्योंकि उनके पास भी 19 विधायकों का साथ है !
अब 14 अगस्त को विधानसभा का सत्र आहूत होना है और सरकार का फ्लोर टेस्ट होना भी तय है ऐसे में सचिन पायलट अपने विधायकों के साथ सत्र में भाग लेगें अब सवाल ये है कि क्या पायलट फ्लोर टेस्ट में गहलोत सरकार को वोट करेगें या नहीं तो ये बात तो साफ है कि पायलट फ्लोर टेस्ट में सरकार के पक्ष में वोट करेगें क्योंकि वो पहले भी कह चुके हैं कि मेरी लडाई अशोक गहलोत से है कांग्रेस से नहीं पायलट तो यह तक कह चुके हैं कि हम कांग्रेस में रहकर ही गहलोत के खिलाफ लडाई लडेगें और सरकार के विपक्ष में हम नहीं जायेगें !
इससे एक बात तो तय है कि पायलट प्रदेश में गहलोत सरकार को नहीं कांग्रेस पार्टी की सरकार और अपनी पांच साल की मेहनत पर वोट जरूर करेगें और सूबे की गहलोत के नेतृत्व वाली गहलोत सरकार को बचा लेगें