राजस्थान की सियासत रंगरूप बदल रही है आरोप प्रत्यारोप का दौर जारी है दोनों खेमे गहलोत और पायलट एक दूसरे के विधायकों में दावा भी करते नजर आते हैं एक खेमा कहता कि दूसरे खेमे में हमारे इतने विधायक है और दूसरा खेमा कहता है कि उस खेमे में हमारे विधायक है लेकिन हकीकत से अभी सब परे हैं !
गहलोत खेमे की बात की जाये तो वहां कुछ विधायकों की नाराजगी सामने आती दिख रही है उनमें दो नामों पर सबसे ज्यादा चर्चा हो रही है पहला दानिश अबरार और दूसरा दिव्या मदरेणा ! इन दोनों ही विधायकों को लेकर कई बातें कही जा रही है और इनका रवैया भी हाल ही के दिनों में कुछ ऐसा रहा है !
गहलोत खेमे के विधायक जब ईद की नमाज अदा कर रहे थे तो दानिश अबरार ने आने से इनकार कर दिया इसके साथ ही रक्षाबंधन के दिन दिव्या मदेरणा अपने कमरे से बाहर तक नहीं आयीं और कमरे में ही खाना मंगाकर खाया !
न उन्होनें रक्षाबंधन का त्यौहार मनाया न ही दानिश अबरार ने ईद का तो ऐसे में कयास लगाये जा रहे हैं कि क्या अंदर ही अंदर गहलोत खेमे में कहीं अंसतोष एवं नाराजगी है जो बाडेबंदी से बाहर आते ही सामने आ सकती है या जैसे ही विधायक सूर्यगढ के किले से बाहर निकलते हैं तो गहलोत के हाथ से ये विधायक निकल जायेगें ?