सूबे की सियासत पिछले कई दिनों से होटल से चल रही है प्रदेश की कांग्रेस सरकार दो खेमों में बंटी हुयी है और दोनों ही खेमे अलग अलग जगहों पर अलग अलग होटलों में मौजूद हैं !
एक तरफ प्रदेश में अशोक गहलोत के नेतृत्व की सरकार के मंत्री और विधायक जयपुर के फेयरमाउंट होटल में हैं वहीं दूसरी तरफ पायलट खेमे के विधायक मानेसर में मौजूद हैं ! फिलहाल गुरूवार देर रात को प्रदेश की सियासत में नया मोड आया जिसमें फैसला लिया गया कि फेयरमाउंट होटल में मौजूद विधायकों को शुक्रवार सुबह जैसलमेर शिफ्ट किया जायेगा !
दरअसल तकरीबन 21 दिन से यह विधायक जयपुर में हैं और कांग्रेस को कहीं न कहीं अब ये डर सता कहा है कि विधायक बैकडोर एंट्री से कहीं बैकडोर एकग्जिट न मार जायें इसलिए जैसलमेर शिफ्ट किया जायेगा !
शुक्रवार को सुबह नाश्ते और बैठक के बाद शिफ्टिंग की जायेगी, विधायकों को अलर्ट मोड पर कर दिया गया है और चलने की तैयारी करने को कहा है इन विधायकों को 2-3 चार्टर प्लेन से जैसलमेर ले जाया जायेगा और जानकारी के अनुसार आगामी 14-15 दिनों तक इन्हें वहां रखा जा सकता है हालांकि फिलहाल मंत्रियों के जयपुर रूकने की सूचना है लेकिन इस पूरे घटनाक्रम में एक बात तो सामने आयी है कि कांग्रेस के लिए राजस्थान एक अभेध किले की तरह साबित हुआ है क्योंकि पहले भी जहां जहां कांग्रेस के विधायकों पर संकट के बादल आये हैं तब तब राजस्थान को ही आलाकमान ने पहली पसंद मानकर यहां विधायकों को रोका है !