विधानसभा में स्पीकर सी.पी. जोशी और उप-नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ के बीच नोकझोंक हो गई । ये तकरार बढ़ती ही चली गई, इसके बाद संसदीय कार्यमंत्री शांति धारिवाल ने राजेंद्र राठौड़ को सदन से बाहर करने का प्रस्ताव रख दिया, धारीवाल के प्रस्ताव पर स्पीकर ने भी फैसला किया और राजेंद्र राठौड़ को सदन से बाहर करने का फैसला सुना दिया। इसके बाद मार्शल यानि विधानसभा की सुरक्षा में लगे सुरक्षाकर्मी राजेंद्र राठौड़ को बाहर करने के लिए आगे बढ़े, तो मार्श से बीजेपी विधायकों की धक्का-मुक्की हो गई । इसके बाद सदन में बीजेपी विधायकों ने जमकर नारेबाजी की और वेल में आकर धरने पर बैठ गए ।
आपको बता दें कि मौजूदा विधानसभा में पहली बार किसी सदस्य के खिलाफ ऐसा प्रस्ताव पारित किया गया है । वहीं कुछ वक्त के बाद विधानसभा अध्यक्ष वापस लौटे और सभी को कार्यवाही को शुरु करने के लिए कहा, लेकिन बीजेपी के विधायक नहीं माने, इस दौरान सीपी जोशी ने ये भी कहा कि अध्यक्ष से गलती हो सकती है लेकिन जो फैसला अध्यक्ष ने किया, उसका सम्मान होना चाहिए, संसदीय कार्यप्रणाली में ये आवश्यक है कि अध्यक्ष के फैसले का सम्मान किया जाए ।लेकिन बीजेपी विधायक इसके बाद भी नहीं माने और धरने पर बैठे रहे ।