राजस्थान का सियासी रण दिनोंदिन और भीषण होता जा रहा है और सरकार बचाने के लिए जो कोशिशें की जा सकती हैं वो की जा रही हैं और जाहिर सी बात है कि ऐसी कोशिश हर कोई करेगा लेकिन हर किसी को डर सता रहा है कि सरकार का भविष्य क्या है ?
सभी जानते हैं प्रदेश कांग्रेस में कलह खुलकर सामने आ चुकी है और सरकार बचाने के लिए अब गहलोत सरकार ने विधानसभा सत्र आहूत करने का फैसला लिया है और पायलट खेमे ने भी साफ कर दिया है कि अगर फ्लोर टेस्ट होता है तो वे कांग्रेस सरकार के पक्ष में वोट करेगें लेकिन सीएम गहलोत का समर्थन नहीं करेगें !
अगर पायलट खेमे द्वारा फ्लोर टेस्ट में समर्थन दे दिया जाता है तो आखिर कब तक ऐसे सरकार चलेगी ? क्या सचिन पायलट आगे जाकर ये बगावती तेवर छोड देगें या होटल पॉलिटिक्स राजस्थान से बंद हो जायेगी क्योंकि विधानसभा सत्र के बाद सभी विधायक अगर बाहर आते हैं तो वापस सम्पर्क में आने से क्या ये विधायक टूट जायेगें या फिर जैसे अभी मुख्यमंत्री गहलोत के साथ खडे हैं वैसे खडे रहेगें !