राजस्थान कांग्रेस में चले सियासी संग्राम का युद्ध विराम हो गया है. कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने 3 सदस्यीय कमेटी घोषित करने के साथ राज्य के प्रभारी पद से अविनाश पांडे को हटाकर अजय माकन को जिम्मेदारी सौंप दी है. कांग्रेस शीर्ष नेतृत्व राजस्थान के मामले को स्थाई तौर पर सुलझाना चाहता है. ऐसे में बहुत जल्द राजनीतिक नियुक्तियां और मंत्रिमंडल में फेर बदल कर गहलोत और पायलट समर्थकों को संतुष्ट किया जा सकता है.
बता दें कि इन दिनों कांग्रेस के प्रदेश संगठन में हुए परिवर्तनों को देखते हुए करीब 15 मंत्रियों की जगह खाली हो सकती है.
अब इन रिक्त स्थानों की पूर्ति में पायलट समर्थक विधायकों का नाम भी चल रहा हैं साथ ही धौलपुर के 3 विधायको के नाम भी प्रमुखता से लिए जा रहे हैं। जिनमें बाड़ी विधायक गिर्राज सिंह मलिंगा , राजाखेड़ा से रोहित बोहरा और बसेडी से खिलाड़ी लाल बैरवा के नामों की चर्चा की जा रही हैं । इनमें गिर्राज सिंह मलिंगा को राज्य मंत्री और रोहित बोहरा व खिलाड़ी लाल बैरवा में से किसी एक को संसदीय सचिव बनाया जा सकता हैं । आपको बता दें कि राज्य में सरकार की अस्थिरता को लेकर चले बवाल में गिर्राज सिंह मलिंगा ने सचिन पायलट पर आरोप भी लगाए थे । मलिंगा ,अशोक गहलोत के करीबियों में माने जाते रहे हैं और मलिंगा की वफादारी के अशोक गहलोत शुरूआत से कायल हैं। तो ऐसी संभावनाएं हैं कि गिर्राज सिंह मलिंगा को मंत्रीमंडल विस्तार के दौरान राज्य मंत्री बनाया जा सकता हैं।