राजस्थान कांग्रेस के दो धडों में जारी घमासान खत्म हो गया है ये सही नहीं होगा क्योंकि सचिन पायलट लगातार बयानबाजी कर रहे हैं सत्ता संगठन में उनके पास कोई पद नहीं है तो ऐसे में वे सत्ता और संगठन दोनों को लेकर खुलकर बोल रहे हैं न उन पर कोई रोक है और न कोई और शिकंजा !
बगावत के बाद सचिन पायलट जब से लौटे हैं तब से बेखौफ होकर बोल रहे हैं और उनके बयानों से तय है कि वे अब गहलोत सरकार की नाक में नकेल कसने का काम करेगें और हर मोर्च पर सरकार और संगठन दोनों को घेरेगें !पायलट सरकार में बतौर उपमुख्यमंत्री भी लगातार ये कहते रहे कि ये जो सरकार है वो कार्यकर्ताओं के खून पसीने से बनी है और उनकी भागीदारी सुनिश्चित करना हमारा काम है ! अब ऐसे में जब वो न पीसीसी चीफ हैं न उपमुख्यमंत्री तो और निडर होकर बोल पायेगें !