जयपुर. कोरोना संकट की वजह से लागू हुये लॉकडाउन के कारण राज्य की आर्थिक स्थिती बिगड गयी है जिसके चलते अब आर्थिक संकट से उभरने के लिए राज्य सरकार कई कदम उठा चुकी है और आगे भी संकट से पार पाने के लिए हरसंभव फैसले ले सकती है इस बीच राज्य की गहलोत सरकार ने शराब के शौकीनों को एक बड़ा झटका दे दिया है
कोरोना संकट के बीच आर्थिक खस्ता हालात से परेशान राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार ने सरकारी खजाना भरने के लिए शराब पर एक बार फिर सरचार्ज लगाने का आदेश दिया है। इस सरचार्ज के बाद राजस्थान में अब शराब फिर से और महंगी हो गई है।
प्रदेश में विभिन्न प्रकार की शराब की प्रति बोतल पर अब 1.50 से तीस रुपए तक सरचार्ज लगाया गया है। इस पेटे वसूली गई राशि को बाढ़, सूखा, महामारी और जन स्वास्थ्य के हालात के निपटने के लिए काम लिया जाएगा। सरकार ने मंगलवार को इसके आदेश जारी कर दिए। इसके अनुसार भारत निर्मित विदेशी मदिरा की विभिन्न माप वाली बोतलों पर 5 से 10 रुपए, विदेश निर्मित मदिरा पर 30 रुपए, बीयर पर 5 से 20 रुपए, देसी मदिरा और राजस्थान निर्मित विदेशी मदिरा पर प्रति बोल 1.50 रुपए तक की सरचार्ज लगाया गया है। गौरतलब है कि हाल ही 29 अप्रेल को सरकार ने विदेश मदिरा और बीयर दोनों पर 10-10 प्रतिशत अतिरिक्त आबकारी शुल्क बढ़ा दिया था।
पहले-दूसरे और तीसरे लॉकडाउन में शराब की दुकानें बंद रहने से जमकर मारामारी मची थी। शराब माफियाओं ने प्रति बोतल चार गुना तक दाम भी वसूले थे। वहीं पुलिस ने कई जगहों पर दबिश देकर भारी मात्रा में शराब भी जब्त कर माफियाओं को गिरफ्तार किया था। वहीं शराब के ठेके खुलते ही लंबी कतार देखी गई थी और सोशल डिस्टेंस की धज्जियां खुली थी लेकिन अब स्थिति सामान्य हो गई है। सरकार ने कोरोना आपदा व अन्य जनकल्याण के कार्यों के लिए इस बढ़ी हुई राशि को काम में लेने का फैसला लिया है।