कांग्रेस के कार्यसमिति की बैठक में क्या होने वाला है? हर कोई इस सवाल का जवाब चाहता है । क्योंकि एक तरफ वो गुट, जिसने पार्टी नेतृत्व पर सवाल खड़े किए हैं, दूसरी तरफ वो गुट, जो आज भी गांधी परिवार के साथ खड़ा है ।
लेकिन जिस पत्र का जिक्र किया गया है । उसको मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, भूपेश बघेल और कैप्टन अमरिंदर सिंह ने खंडन किया है, और इसे गलत बताया है । लेकिन अब हम आपको बताते हैं कि आज क्या हो सकता है –
पहली संभावना – सोनिया ही अंतरिम अध्यक्ष बनी रहें
इसकी संभावना वर्तमान स्थिति में सबसे ज्यादा है, क्योंकि अचानक से सोनिया का पद छोड़ना और किसी और को अध्यक्ष बनाना कांग्रेस में इतना आसान नहीं है और ना ही वर्तमान परिस्थिति में ऐसा मुमकिन दिखाई दे रहा है।
दूसरी संभावना – राहुल गांधी को फिर अध्यक्ष बनाया जाए
इसकी संभावना बेहद कम है। क्योंकि 2019 में जो फैसला राहुल गांधी ने लिया था, वो आज भी इस पर कायम हैं और किसी भी सूरत में वो आज अध्यक्ष पद स्वीकार नहीं करेंगे।
तीसरी संभावना – अगले 3-6 महीनों में होगा अध्यक्ष का चुनाव ।
अगर राहुल पद स्वीकार करने से मना करते हैं और सोनिया भी अध्यक्ष बने रहने से मना करती हैं तो फिर अध्यक्ष पद के लिए चुनाव हो सकते हैं और इसके लिए 3-6 महीनों का वक्त लग सकता है, क्योंकि 9 – 10 हजार डेलीगेट अध्यक्ष पद के लिए वोट करते हैं ।
लेकिन अब सवाल ये है कि अगर कोई गैर गांधी परिवार से अध्यक्ष होगा तो फिर कौन होगा ? इनमें ए.के. एंटनी, मनमोहन सिंह के नाम सामने आ सकते हैं, लेकिन 2024 को देखते हुए दोनों की ही संभावना कम हैं , क्योंकि दोनों की ही सेहत सही नहीं है।
चौथी संभावना – अगला अध्यक्ष गैर गांधी हुआ, तो कौन होगा ?
वहीं मल्लिकार्जुन खड़गे, सुशील कुमार शिंदे और अशोक गहलोत के नाम भी चर्चाओं में हैं, इनमें वर्तमान स्थिति में मल्लिकार्जुन खड़गे को अध्यक्ष बनाया जा सकता है वो लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष रह चुके हैं ।
शिंदे की वफादारी का इनाम भी उनको मिल सकता है और अशोक गहलोत की संगठन में पकड़, कर्नाटक और गुजरात में कांग्रेस की मजबूती और राजस्थान में सरकार को बचाने की जादूगरी, अशोक गहलोत को इस रेस में सबसे आगे खड़ा करती है ।लेकिन सच यही है कि कांग्रेस में होगा वही, जो गांधी परिवार चाहेगा ।