राजस्थान में कांग्रेस के नेतृत्व वाली सरकार में सबकुछ ठीक है ये कहना थोडा जल्दबाजी होगा क्योंकि मनमुटाव तो अभी भी देखने को मिल रहा है लेकिन पायलट लौट आये हैं और सीएम गहलोत और सचिन मुलाकात भी कर चुके हैं और साथ ही हंसते मुस्कुराते भी देखे गये लेकिन क्या इन सब के बाद दोनों के बीच सबकुछ सही है ये अभी साफ नहीं है !
मुख्यमंत्री गहलोत अभी भी पायलट के साथ नजर नहीं आ रहे कहा जा रहा है कि गहलोत सचिन के सामना करना नहीं चाहते इसका कारण ये है कि सचिन बगावत कर गये और आलाकमान तक पहुंचकर प्रदेश प्रभारी बदलावकर अपना कद बढाया और उसके बाद अब मंत्रीमंडल में भी पायलट के चलने के आसार के बाद गहलोत की नाराजगी बढी है !
गुरूवार को 11 बजे सीएम गहलोत को प्रदेश कांग्रेस के दफ्तर राजीव गांधी को श्रदांजली देने पहुंचना था और मुख्यमंत्री के लिये पुलिस जाब्ता भी तैनात किया गया लेकिन पायलट के पीसीसी पहुंचते ही मुख्यमंत्री का कार्यक्रम रद्द हो गया ! लेकिन इन सब से एक सवाल खडा होता है कि क्या जो हंसी और जीत का संकेत कुछ दिन पहले इन दोनों नेताओं ने दिखाया था वो महज मीडिया और जनता को दिखाने के लिये था !