अविनाश पांडे ने विधायकों को संबोधित करते हुए कहा कि सचिन पायलट गुट बिना किसी शर्त के पार्टी में वापस आए हैं ।तो क्या इसका मतलब ये है कि सचिन पायलट गुट से किसी भी नेता को सरकार और संघटन में कोई पद नहीं दिया जाएगा और अगर ऐसा हुआ तो क्या सचिन गुट चुप बैठेगा ।सवाल इस बयान पर भी खड़े होते हैं । लेकिन सबसे विवादित बयान अशोक चांदना की तरफ से आया है । जैसी जानकारी मिली है उसके मुताबिक अशोक चांदना ने कहा कि बीजेपी हॉर्स ट्रैडिंग नहीं बल्कि डंकी ट्रैडिंग कर रही थी ।यानि बीजेपी ने घोड़ों पर दांव नहीं बल्कि गधों पर दांव लगाया था । अब इस बयान के निशाने पर क्या सीधे सीधे सचिन गुट है। ये आप समझ सकते हैं ……
वहीं कांग्रेस की ये बैठक काफी हंगामेदार रही और इस बैठक में जिस तरीके के आरोप और बयान सचिन गुट के लिए दिए गए। उसने ये साफ कर दिया है कि राजस्थान में कांग्रेस नहीं, बल्कि गहलोत गुट और सचिन गुट है और आने वाले वक्त में बगावत की अदावत फिर से दिखाई दे सकती है और ये भी तय है कि कांग्रेस में ये गठबंधन जो अपने ही नेताओं के बीच हुआ है। कड़वाहट से भरा होगा और अपमान का घूंट पीकर, दिल पर पत्थर रखकर आगे चलना होगा । वरना इस राह में बड़े रोड़े हैं जो सरकार को फिर से पटरी से उतार सकते हैं।