मप्र : हाल ही संपन्न हुए राज्यसभा चुनाव में ज्योतिरादित्य सिंधिया जीत कर पहली बार राज्यसभा जा रहे हैं। वोटिंग के दौरान सिंधिया को 56 वोट मिले थे। बीजेपी के एक विधायक ने क्रॉस वोटिंग किया था।
क्रॉस वोटिंग पर पार्टी विधायक पर कोई कार्रवाई, तो नहीं करेगी। लेकिन उनसे जवाब मांगा है। हालांकि विधायक ने वोटिंग के दिन ही कह दिया था कि ये गलती से हो गई है। मैं पूरी तरह से पार्टी के साथ हूं। लेकिन सियासी गलियारे में एक सवाल उठ रहा हैं कि क्या विधायक ने सिंधिया से 3 साल पुराने कथित अपमान का बदला लिया है।
दरअसल, ये सवाल इसलिए उठ रहा है कि गुना आरक्षित सीट से गोपीलाल जाटव 4 बार के विधायक हैं। इससे पूर्व में भी उन्होंने कई बार राज्यसभा चुनाव में वोटिंग की है। ऐसे में उनसे इस तरह की गलती की उम्मीद पार्टी को नहीं थी।
कहा जा रहा है कि जाटव की इस गलती से पार्टी नेतृत्व नाराज है। क्रॉस वोटिंग के बाद बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने बंद कमरे में विधायक गोपीलाल जाटव से बात भी की है।
वर्चश्व की लड़ाई में सिंधिया से पहले ही कर दिया था उद्घाटन
ज्योतिरादित्य सिंधिया गुना-शिवपुरी से सांसद रहे हैं। 2019 के लोकसभा चुनाव में वह हार गए थे। जाटव के क्रॉस वोटिंग के बाद 2017 के एक वाक्ये की चर्चा सियासत में जोरों पर है। उस दौरान गुना विधानसभा में एक घटना घटी थी। 22 जुलाई 2017 को एक गुना विधानसभा क्षेत्र में तत्कालीन सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया को एक ट्रॉमा सेंटर का उद्घाटन करना था। वर्चश्व की लड़ाई में बीजेपी विधायक गोपीलाल जाटव ने सिंधिया से पहले ही उस ट्रॉमा सेंटर का उद्घाटन कर दिया। जिसके बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थकों ने उस जगह को गंगाजल से धुलवा दिया था। यही बात विधायक को चुभ गई थी।