राजस्थान में सत्ता पक्ष के बीच घमासान जारी है और विपक्ष लगातार बाडेबंदी को लेकर सरकार को घेरे हुआ है लेकिन अब विपक्ष पर बडा संकट आन पडा है राज्य सभा चुनावों में कांग्रेस के साथ साथ भाजपा ने भी अपने विधायकों की बाड़बंदी की थी लेकिन राज्यसभा चुनावों के बाद भाजपा अपने विधायकों के साथ बाहर आ गई थी और सूबे की गहलोत सरकार अभी भी बाड़े बंदी में है लेकिन सोशल मीडिया पर फैल रही वसुंधरा की कांग्रेस में शामिल होने की ख़बरों के बाद भाजपा में एक डर बैठ गया है !
जिसको लेकर भाजपा अपने विधायकों की बड़े बंदी करने वाली भाजपा को डर है कि कहीं उनके विधायक टूटकर कांग्रेस का दामन थामने इसलिए ये बाड़बंदी मध्यप्रदेश, गुजरात, हरियाणा या भाजपा शासित अन्य किसी राज्य में की जा सकती है !
लेकिन सबसे बड़ा सवाल यही है की सत्ता पक्ष में तो दो खेमे है लेकिन क्या विपक्ष में भी एक राय नहीं है क्या यहाँ भी विधायकों का विभाजन संभव है लेकिन इन सवालों का जवाब तो तभी मिल सकता है जब भाजपा अपनी आगे की रणनीति साफ़ करेगी !