राजस्थान के मंत्रीमंडल विस्तार को लेकर लगातार कयास लगाये जा रहे हैं विधायक के साथ साथ उनके क्षेत्रवासी भी चाहते हैं कि उनका जनप्रतिनिधी सरकार में एक पद पर बैठे और उनकी समस्याओं को और मजबूती से उठाये लेकिन राजस्थान का मंत्रीमंडल विस्तार हर बार किसी न किसी वजह से रूक जाता है और विधायकों एवं उनके समर्थकों की आस टूट जाती है !
अब मंत्रीमंडल का विस्तार कभी भी हो सकता है और इसको लेकर बैठकों का दौर जारी है इस बीच अब मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के सामने नया संकट आ गया है और ये संकट मंत्रीमंडल के विस्तार में परेशानी खडा कर सकता है !
सीएम गहलोत ने डिप्टी सीएम सचिन पायलट के साथ मिलकर हर संकट का तोड निकाला है लेकिन इस संकट से कैसे ये दोनों पार्टी को बाहर निकालते हैं वो देखना होगा ! अब आपको ये भी बता देते हैं कि वो संकट क्या है जो मंत्रीमंडल विस्तार के आडे आ रहा है !
दरअसल राजस्थान की राजनीति में नया सियासी समीकरण आ गया है जिसकी वजह से राजनीतिक नियुक्तियों से पहले ही संभावित नाराजगी सामने आने लगी है कयास लगाये जा रहे हैं आने वाले समय में पूर्व नेता प्रतिपक्ष एवं नोखा से कांग्रेस विधायक रहे रामेश्वर डूडी और हनुमान बेनीवाल एक साथ आ सकते हैं ! हाल ही में डूडी के एक ट्वीट ने सियासी पारा चढा दिया और एक इशारा भी दिया !
डूडी ने हनुमान बेनीवाल द्वारा दी गयी जन्मदिन की शुभकामनाओं संदेश के जबाब में डूडी ने लिखा बहुत बहुत आभार भाई हनुमान बेनीवाल जी, राजनीतिक सफर में आपने हमेशा भाई की तरह साथ दिया है और यही दुआ है कि ये साथ निरंतर बना रहे !
डूडी के इस ट्वीट के बाद सियासी पंडित कयास लगा रहे हैं कि कांग्रेस में उपेक्षा का शिकार होकर बैठे रामेश्वर डूडी को अगर राजनीतिक नियुक्ति में जगह नहीं मिलती है तो भविष्य में रामेश्वर डूडी हनुमान बेनीवाल के साथ आ सकते हैं ! राजनीतिक पंडितो का कहना है कि RCA चुनाव के बाद से ही डूडी नाराज है और ऐसे में राजनीतिक नियुक्ति में उन्हें जगह नहीं मिलती है तो वे हनुमान बेनीवाल का दामन थाम सकते हैं