जयपुर. राजस्थान में कांग्रेस पार्टी की गुटबाजी किसी से छिपी नहीं है पार्टी में दो धडे हैं और दोनों धडों से कभी न कभी कोई न कोई बयान एक दूसरे के लिए सामने आ जाता है या दोनों धडों के नेता आपस में बयानों के जरिये आमने-सामने हो जाते हैं अब इस बीच ये गुटबाजी कम होने का नाम नहीं ले रही !
इसी बीच डिप्टी सीएम सचिन पायलट का बार-बार दिल्ली जाना बढा सवाल बन गया है कि आखिर पायलट के दिल्ली दौरों की गुत्थी कब सुलझेगी ? दरअसल पायलट चुपचाप दिल्ली चले जाते हैं सवाल ये भी है कि आखिर क्यों वे दिल्ली यात्राओं को छिपाने की कोशिश करते हैं सार्वजनिक यात्राओं को छिपाकर रखने पायलट को क्या मजा आता है ये तो डिप्टी सीएम खुद ही जानें लेकिन पायलट के यूं चुपचाप दिल्ली चले जाने से जयपुर में कई लोग परेशान हो जाते हैं साथ ही मीडिया और खुफिया ऐजेंसियों के लोग भी परेशान हो उठते हैं !
लेकिन पायलट की इस कार्यप्रणाली को देखते हुये मीडिया ने भी उनका पीछा करना छोड सा दिया है उनके पत्रकारिता दर्शन में पायलट का मतलब है केवल लोकेन्द्र सिंह द्वारा जारी किया गया प्रेस नोट !
डिप्टी सीएम की इन यात्राओं को लेकर कुछ मंत्रियों के मन में भी उत्सुकता रहती है आपको बता दें सचिन पायलट ने इस बार भी अपनी दिल्ली यात्रा को गुप्त रखा है साथ ही इस बार प्रोटोकॉल एवं एस्कॉर्ट की सुविधा भी उन्होनें नहीं ली लेकिन पायलट एक ही दिन में जयपुर लौट आये शुक्रवार शाम सचिन पायलट अपने दिल्ली स्थित आवास पर थे लेकिन इस बीच इन दिनों परेशान चल रहे पायलट समर्थक एक विधायक का आक्रोश फूट पडा और कहा कि अक्टूबर आते आते सबको पता चल जायेगा इस बयान से सियासत भी तेज हो गयी है अब गहलोत गुट और मीडिया दोनों इस गूगली को सुलझाने में जुट गये हैं !
आपको बता दें इस बीच फायरब्रांड राजेन्द्र राठौड और कांग्रेस के एक दो बरिष्ठ नेताओं के बीच बढती नजदीकियों ने तूल पकड लिया है ! अब देखना होगा कि ये पूरी गुत्थी कब तक सुलझेगी और इसका क्या परिणाम होगा !