आयुष्मान खुराना और अमिताभ बच्चन की फिल्म गुलाबो सिताबो लोगों को बेहद पसंद आ रही है। बिग बी के साथ काम करने का सपना हर एक्टर का होता है, जब आयुष्मान को यह मौका शूजित सरकार ने दिया तो वे इससे जुड़ी अपनी भावनाएं शेयर करने से खुद को रोक नहीं पाए। सोशल मीडिया पर आयुष्मान लिखते हैं- दादा आप मेरे गुरु हैं, आपका हाथ थामकर यहां तक पहुंच चुका हूं।
आयुष्मान खुराना का कहना है कि फिल्म ‘गुलाबो सिताबो’ में उनके सह-कलाकार अमिताभ बच्चन एक स्वार्थी अभिनेता नहीं हैं, बल्कि बेहद सहयोगी हैं। आयुष्मान का मानना है कि बिग बी में एक बच्चा आज भी जीवित है, जो उन्हें एक बेहतरीन कलाकार बनाता है। अमिताभ संग अपने काम करने के अनुभव को साझा करते हुए आयुष्मान ने बताया, ‘मेरी यह धारणा थी कि एक इंसान के तौर पर वह बेहद गंभीर मिजाज के होंगे, लेकिन उनमें मौजूद बच्चों जैसी आदतें उन्हें उनके अन्य समकालीन अभिनेताओं से अलग करती है। वह जोश व उत्साह से परिपूर्ण हैं। उनमें उनका बचपन आज भी जिंदा है, जो उन्हें एक बेहतरीन कलाकार बनाता है।’
अमिताभ बच्चन के लिए उनका प्रत्येक प्रोजेक्ट अपनी तरह की एक नई चुनौती लेकर आता है और उनकी नई फिल्म ‘गुलाबो सीताबो’ भी इस मामले से इतर नहीं है। अमिताभ ने शूजित की इस फिल्म में काम करने के दौरान आई सबसे बड़ी चुनौतियों के बारे में बताया, हर फिल्म प्रोजेक्ट उन लोगों के लिए एक चुनौती है जो उस पर काम करने के लिए सहमत हैं। ‘गुलाबो सिताबो’ भी किसी भी तरह से कम नहीं थी। उन्होंने आगे कहा, वहां हर दिन चार से पांच घंटे तक प्रोस्थेटिक मेकअप में रहता था और इसमें परेशानी होती है। बुजुर्ग मिर्जा की मुद्रा (फिल्म में उनका चरित्र), मई की तेज गर्मी का मौसम। लेकिन यदि आप अपने आप को पेशेवर कहते हैं तो यह सब इसके साथ आता है, और आप इसे अच्छी तरह से स्वीकार करते हैं और इसका आनंद लेते हैं।